हैलो दोस्तो, क्या आप जानते हैं कि इन दोनों बहनो की ज़िंदगी नर्क से भी बत्तर थी। दो जान एक जिस्म वाली दर्दनाक कहानी। कुदरत ने बहुत बारीकी से हमारे छोटे-से-छोटे अंगो का डिजाइन किया हैं। लेकिन कहा जाता हैं न कि गलती हर किसी से हो ही जाती हैं। आज हम आपको प्रकृति के द्वारा बनाए गए दो ऐसी लड़कियो की दर्दनाक कहानी के बारे मे बताएँगे, प्रकृति ने उसे बना तो दिया लेकिन दोनों के शरीर को अलग करना भूल गया। जिसे कुछ लोग शैतान कहकर बुलाते थे।

यह कहानी शुरू होती हैं साल 1908 से। जब इंग्लैंड मे रहने वाली एक महिला कैट स्किनर बिना शादी किए ही माँ बन गयी। वो बिन बयाही माँ ने दो खूबसूरत बच्ची को जन्म दिया। लेकिन दोनों का शरीर एक दूसरे से चिपका हुआ था। हर एक अंग अलग-अलग था लेकिन कमर और पीठ एक दूसरे से चिपका हुआ था। ब्लड सर्कुलेशन भी एक दूसरे से जुड़ा हुआ था। डॉक्टर्स का कहना था कि अगर इन्हे अलग किया गया तो दोनों मे से किसी एक की मौत हो सकती हैं।

डेजी और वॉयलेट:- दोनों जुड़वा बहनो का नाम सेजी और वॉयलेट था। वहाँ के लोगो ने इन दोनों को शैतान कहने लगे। उसका माँ को लगा कि मेरे बुरे कर्मो की वजह से ही मेरे बच्चे ऐसे हो गए हैं। उसकी माँ ने एक मैरी हिल्टन नाम की एक लेडी से उसे बेच दिया। और यही से दोनों बहनो की दर्दनाक मोड़ शुरू हो जाती हैं।

मैरी से उन दोनों को एक खास मकशद से खरीदा था। वो उन दोनों के शरीर के प्रदर्शन करके ढेर सारे पैसे कमाना चाहती थी। उन दोनों की माँ की भी एक बीमारी की वजह से मौत हो गयी थी। मैरी ने उन दोनों को क्लब और नाइट शो मे भेजना शुरू कर दिया। वहाँ पर लोग उसके कपड़े को उठाकर उसे करीब से देखते और छूते थे। उस वक्त उसकी उम्र 5 या 6 साल थी।

उन दोनों बहनो का कहना था कि मैरी हमेशा नए नए मर्दो के साथ संबंध बनती थी। वो सारे मर्द हम लोग के साथ भी बहुत गलत व्यवहार करते थे। उन दोनों का यह भी कहना था कि हम दोनों के शरीर जुड़े होने ही वजह से हमलोग भागने मे नाकाम रहते थे। बाद मे मैरी उन दोनों को लेकर पहले आस्ट्रेलिया और फिर जर्मनी चली गयी। बाद मे उसे अमेरिका ले जाने की सोची लेकिन वहाँ पर उन दोनों बहनो पर बैन लगा दिया गया।

जब तक मैरी जिंदा थी इन दोनों बहनो का खूब इस्तेमाल करती रही। कुछ साल बाद मैरी की मौत हो गयी। मैरी इन दोनों बहनो की ज़िम्मेदारी अपनी बेटी को सौप दी थी। साल 1920 मे उन दोनों बहनो ने लाखो रुपए कमा लिए थे। लेकिन ये सारा पैसा कोई और ही हरप लेता था।

तभी एक मसीहा बनकर एक जादूगर आया। जादूगर ने उन दोनों को गुलामी वाली ज़िंदगी से आजाद करवा दिया। साल 1931 मे उन दोनों को अपने तरीके से जीने की आजादी मिल चुकी थी। बाद मे उन दोनों बहनो ने शादी भी की। लेकिन उन दोनों की शादी ज्यादा दिन तक टिक नहीं पायी।

साल 1932 मे उन दोनों बहनो पर एक फिल्म बनी। फिल्मे बहुत ज्यादा हिट हो गयी थी। धीरे-धीरे ये जुड़वा बहाने भी बुढ़ापे की ओर बढ़ चुकी थी। पैसो की कमी के वजह से बुरा दौर शुरू हो चुका था। बुढ़ापे मे उन दोनों ने सड़क पर एक दुकान खोली, लेकिन शरीर की ऐसी बनावट की वजह से दुकान चल नहीं पाया।

जनवरी 1969 मे 60 साल मे दोनों की मौत हो गयी। डॉक्टर का कहना था की फ्लू बुखार की वजह से साँसे पहले डेजी की मौत हुई फिर उसके बाद इन्फेक्शन की वजह से 2 दिन बाद वॉयलेट की भी मौत हो गयी। कुदरत की एक गलती की वजह से 60 साल तक इन दोनों बहनो को अपनी ज़िंदगी को जीने के बजाए झेलना पड़ा।
