दोस्तो, आज हम आपको एक ऐसे सक्सेज़ स्टोरी के बारे मे बताने जा रहे हैं, जिसकी नीव कुछ और नहीं बल्कि हौसला ही हैं। दरअसल दोस्तो, मध्यप्रदेश के विदिशाकी रहने वाली आयुषी पहले ही काफी होशियार थी। और तीसरे प्रयास मे निकली UPSC की कठिन परीक्षा।
आयुषी की सक्सेज़ स्टोरी

आयुषी को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में 90% से ज्यादा नंबर आए। लेकिन UPSC के लिए कुछ इंतजार करना पड़ा। वैसे तो UPSC मे सफलता पाने कोई आसान काम नहीं होता। UPSC परीक्षा 2019 में ऑल इंडिया में 41वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस अफसर बनने वाली आयुषी जैन ने काफी ज्यादा मेहनत की।
असफलताओ का डटकर किया मुक़ाबला

आयुषी को UPSC मे पहले ही प्रयास मे प्री-एक्जाम मे असफलताओ का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होने हिम्मत नहीं हारी और दूसरा प्रयास किया। दूसरी बार मे वो प्री तो निकाल ली परंतु मेंस मे सफलता नहीं मिली।

उन्होने फिर नहीं हिम्मत नहीं हारी। तीसरा बार फिर प्रयास की। तीसरी प्रयास मे वो ऑल इंडिया रैंक 41 प्राप्त कर ली। इस तरह उनका यूपीएससी का सफर पूरा हो गया।
इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की

आयुषी को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में 90% से ज्यादा नंबर आए। 12वीं के बाद उन्होंने एक संस्थान में दाखिला ले लिया और यहां से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद उनकी एक कंपनी में नौकरी लग गई और करीब 2 साल तक उन्होंने नौकरी की। फिर नौकरी छोडकर UPSC की तैयारी मे जुट गयी।