पति ने पौने 2 करोड़ रूपया खर्च कर कैंसर से पीड़ित पत्नी का कराया इलाज, लेकिन जब सामने आयी सच्चाई तो उड़ गए होश पत्नी ने दिखाई कैंसर की रिपोर्ट, बोली इलाज ना हुआ तो मै 6 महीना से ज्यादा नहीं बचूगी
ये घ’टना इंग्लैंड के लॉगबॉरो की है । यहां एक महिला ने अपने घर पर बताया कि उसे कैंसर हो गया है और वो ज्यादा से ज्यादा 6 महीने की मेहमान है । महिला ने इसके लिए अपने पति को डॉक्टर्स से फोन पर बात भी करवाई । मैसेज भी दिखवाए । लेकिन पति को जब इस बीमारी की असलियत पता चली तो वो हैरान रह गया ।

महिला को 4 साल की जे’ल : इंग्लैंड में इस महिला को कैंसर कॉन महिला के नाम से पुकारा जा रहा है ।इंग्लैंड के लॉगबोरो की रहने वाली इस महिला ने अपने पति और परिवार को करोड़ों का चूना लगाया । बीते शुक्रवार को इस मामले में कोर्ट ने महिला को 4 साल जेल की स’जा सुनाई है । महिला ने अमेरिका में इलाज कराने की बात कह कर ये पूरा ड्रामा अपने परिवार के साथ रचा । खुलासा तब हुआ, जब महिला के पति को उसके झूठ का पता चला । उसके फेक सिम भी पति ने बरामद किए ।
Google पर मिला ब्रेन स्कैन लॉगबॉरो की रहने वाले वाली 36 साल की जैस्मिन मिस्त्री ने 2013 में अपने पति विजय काटेचिया के सामने खुद को कैंसर होने का ड्रामा रचा । उसने अपना ब्रेन स्कैन पति को दिखाया था । हैरानी पति को तब हुई जब उसके ब्रेन का स्कैन गूगल पर पड़े एक स्कैन से मैच हो गया । पति ने जब पूछा तो जैस्मीन ने अपना झूठ एक्सेप्ट भी कर लिया ।

अलग-अलग Simcard कर रही थी इस्तेमाल : जैस्मिन ने अपने झूठ को साबित करने के लिए पूरा प्लान बना रखा था । अलग-अलग सिम (Simcard) का इस्तेमाल कर वो अपने हसबैंड को डॉक्टर बनकर वॉट्सऐप पर मैसेज करती थी । इन फेक मैसेज का इस्तेमाल कर उसने अपने पति को भरोसा दिला दिया और पति ने उसकी बात मानकर पैसों का इंतजाम भी शुरू कर दिया । वो लगातर घर में बीमारी (Cancer) का नाटक जारी रखे हुए थी, लेकिन उसके पति को एक दिन उस पर शक हो ही गया ।
‘इंसानियत से भरोसा ही उठ गया’ जैस्मिन ने अपने झूठ को मान लिया । जिसके बाद Nov 2017 में उसे गिर’फ्तार कर लिया गया । Police के मुताबिक, उसने अपने फैमिली और 8 बाहर के लोगों समेत 20 लोगों से सवा 2 लाख रुपए ऐंठे थे । इस शुक्रवार को नॉर्थ ईस्ट लंदन की स्नेयर्सब्रुक क्राउन कोर्ट ने फ्रॉ’ड के मामले में उसे 4 साल कै’द की स’जा सुनाई है । महिला के पति ने मामले में कहा कि मैं इस बात से कभी नहीं उबर पाउंगा । मेरा इंसानियत से भरोसा ही उठ गया है ।